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ये कमीना पाकिस्तान अपनी औकात से कभी भी नहीं बाज आ सकता
................ फिर भी हिंदुस्तान की समझ क्यूँ नहीं आ रही........... ?????????????
८-०१-२०१३ कि घटना ने दिल और मन को इस कदर दर्द दिया है कि मन करता है कि कुत्ते पाकिस्तान का नामो निशान मिटा दो ....... भारत लगाता दोस्ती का हाथ बढाता रहा और ये कमीना हर बार धोखा देता रहा ......... बस बंद करो अब भारत को मुह तोड़ जबाब देना चाहिए .................
हम दो आँसू नहीं गिरा पाते अनहोनी घटना पर
पल दो पल चर्चा होती है बहुत बड़ी दुर्घटना पर
अब केवल आवश्यकता है हिम्मत की खुद्दारी की
दिल्ली केवल दो दिन की मोहलत दे दे तैय्यारी की
सेना को आदेश थमा दो घाटी ग़ैर नहीं होगी
जहाँ तिरंगा नहीं मिलेगा उनकी खैर नहीं होगी
८-०१-२०१३ कि घटना ने दिल और मन को इस कदर दर्द दिया है कि मन करता है कि कुत्ते पाकिस्तान का नामो निशान मिटा दो ....... भारत लगाता दोस्ती का हाथ बढाता रहा और ये कमीना हर बार धोखा देता रहा ......... बस बंद करो अब भारत को मुह तोड़ जबाब देना चाहिए .................
हम दो आँसू नहीं गिरा पाते अनहोनी घटना पर
पल दो पल चर्चा होती है बहुत बड़ी दुर्घटना पर
अब केवल आवश्यकता है हिम्मत की खुद्दारी की
दिल्ली केवल दो दिन की मोहलत दे दे तैय्यारी की
सेना को आदेश थमा दो घाटी ग़ैर नहीं होगी
जहाँ तिरंगा नहीं मिलेगा उनकी खैर नहीं होगी
मैंने अपने एक लेख(सिर्फ एक षड्यंत) में लिखा था पाकिस्तान कोई साजिश कर रहा है ........... https://www.facebook.com/JaykantParashar
आप को याद दिला दूँ इस वर्ष कि कुछ घटनाएँ ..................
पाकिस्तान क्या क्या करता रहा और हम अनजान बने हुए है ..............................
३० जुलाई कि घटना
जम्मू के दक्षिण जिले साम्बा में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट एक
सुरंग मिली| ये सुरंग कटीले तार के नीचे बनायीं जा रही है ये कटीले तार पाकिस्तान
से आतंकवादिओं कि घुसपैठ को रोकने के लिये लगाये गए ............ ये सुरंग तीन फीट
चौड़ी , तीन फीट ऊँचाई और 400 से 500 मीटर लंबी है जिसका
एक सिरा भारत और एक पाकिस्तान में है इस सुरंग में आक्सीजन कि आपूर्ति के लिये
पाईप लगी हुयी थी |
ये सब अप्रेल २०१२ में आये पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली
जरदारी के बाद की ये घटना थी|
सिर्फ एक षडयंत्र
पाकिस्तान के
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने रविवार अपराह्न् राजस्थान के अजमेर शहर में स्थित
सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ाई और अमन-चैन के लिए
जियारत की। इस खवर में खास क्या है ....हाँ बड़ी खवर होती जब पाकिस्तान के
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने रविवार अपराह्न् राजस्थान मंदिर या गुरुद्द्वारे
में अमन-चैन के लिए दुआ की |
जरदारी ने दरगाह
के लिए 10 लाख डॉलर का दान भी दिया। दरगाह के
खादिम (संचालक) जीशान कप्तान ने कहा, "राष्ट्रपति जरदारी ने यहां जियारत की और दरगाह के लिए 10 लाख डॉलर (करीब पांच करोड़ रुपये)
दान दिए।
कप्तान के मुताबिक गरीब नवाज के नाम
से मशहूर सूफी संत के दरगाह में जरदारी और उनके पुत्र बिलावल ने 10 मिनट बिताए। यहां उन्होंने जेब में
रखी कुरान की कुछ आयतें पढ़ीं। पिता-पुत्र ने पाकिस्तान से लाई गई चादरें चढ़ाईं।
इसके बाद खादिम ने दोनों को उपहार भेंट किए।
जरदारी ने दरगाह के लिए 10 लाख डॉलर का दान भी दिया। दरगाह के
खादिम (संचालक) जीशान कप्तान ने कहा, "राष्ट्रपति जरदारी ने यहां जियारत की और दरगाह के लिए 10 लाख डॉलर (करीब पांच करोड़ रुपये)
दान दिए।
कप्तान के मुताबिक गरीब नवाज के नाम
से मशहूर सूफी संत के दरगाह में जरदारी और उनके पुत्र बिलावल ने 10 मिनट बिताए। यहां उन्होंने जेब में
रखी कुरान की कुछ आयतें पढ़ीं। पिता-पुत्र ने पाकिस्तान से लाई गई चादरें चढ़ाईं।
इसके बाद खादिम ने दोनों को उपहार भेंट किए
जिस देश का पालन पोषण....अमेरिका
करता हो .........जिस के खुद खाने के लाले हो ....जो सबसे बड़ा भिखारी हो
................वो पांच करोड़ रुपये किसी दरगाह को दे जाता है......इस बात से
क्या अंदाजा लगाया जाए कि जरदारी कि भारत यात्रा दोस्ती के लिए थी नहीं
....................यंहा के मुसलमानों के मन में पाकिस्तान के प्रति हमदर्दी पैदा
करने के लिए थी जिस से वो उनका फायदा उठा सके |
पहले से तय पाकिस्तान से लायी गयी
चादरें ...............क्या था ये ..........सिर्फ एक षडयंत्र |
जले पर नमक छिडकना तो हमारी सरकार
से सीखो |
देश पर नौछावर शहीदों की परवाह नहीं , उनके परिवार वालों
को राष्ट्रपति महोदय से मिलने नही नहीं दिया जाता, उनकी सुध लेने बाला कोई नहीं है और
.............आतंकवादियों की परवाह बहुत जादा है है तभी तो कसाव को फांसी नहीं
लगायी जा रही है ........ और अब तो सारी हद पार कर गयी देशदोही
कांग्रेस ................... जानने के लिए क्लिक करे इस वीडियो पर ..........