Thursday, February 3, 2011

एक सच.......................................................... प्रशासन का

                          एक सच.......................................................... प्रशासन का
प्रशासन एक स्वतन्त्र होता है जिसपर शासन का कोई भी दबाब नहीं होता है परतु .........
चमचा बन गए है IAS,IPS......... अधिकारी. जिसकी सत्ता उसकी बोली बोलते है .
प्रशासन कितना नीचे गिर गया है ये आप जानते हैं पर ये कितना और गिरना चाहते हैं ये नहीं जानते कानून चलाने  बाले कानून का दूप्रयोग कर रहे है और हम देख रहे हैं तमाशा.........
सांसद राम शंकर कठेरिया ने जिला अधिकारी से ३ दिन पहले ही कानून, बिजली पानी और अपराधिक घटनाओ का  बढ़ाना ऐसी गंभीर समस्यों को कैसे रोका जाये जिसके लिए  ज्ञापन देने के लिए समय माँगा और डीएम ने २८ जनवरी २०११  को ज्ञापन लेने का समय दिया , पहले से ही सूचना अनुसार २८ को ज्ञापन देने डीएम ऑफिस जाने लगे अपने कार्यकर्ताओं के साथ जिसमें जनता भी बीच में से ही शामिल हो क्यों  कि जनता के लिए  ही तो  ये  लड़ाई   लड़ने जा  रहे  हैं  सांसद  जी ,परन्तु  सांसद  और उनके  सहयोगी कायकर्ता को भारी पड़ गयी  है ये लड़ाई................
जब  ज्ञापन देने जारहे थे तो पुलिस ने उन्हें  रोकने का प्रयास   करने लगी सभी ने बताया कि हम अनुमति ले चुके हैं पर दरोगा ने नहीं सुनी  ,जनता रोष  में थी  SP सिटी ने भी पुलिस  बल लगा दिया, ज्ञापन लेने  नहीं आये DM और ऑफिस से बिना बताये निकाल गए कार्यकरता इंतजार कर रहे  थे पर पुलिस  प्रशासन  ने कार्यकर्ताओं   के साथ हतापाइ  कर दी जिससे जनता बड़क गए और दरोगा के साथ खिचातानी हो गइ 
( जैसा  कि मैंने  कहा  प्रशासन  ने ऐसा  इसलिए  किया  क्यूँ  कि मायावती  ने कहा  था  क्यूँ  कि अकेले  सांसद है BJP का और उसने  चर्बी  कांड  से लेकर  जनता के लिए  सड़क  पर उतर जाना   जिस से उसे  यंहा  आगरा  में से सपोट  कम दिखाए   दे  रहा  है 2011 के चुनाव  के लिए , वो  जानती  है कि अपराध  तो बड़ा  है क्यों  कि आशय  जो  \मिला  हुआ  है अपराधिओं को  ),
और सांसद  और समथको  के खिलाप  झूठे   और बेबुनियाद   रिपोर्ट  (3 FIR) दर्ज  कर दी और कहने  लगे कि सांसद  कि बजह  से लाइफ  लाइन रुक  गए   जाम   लग  गया  शहर  में, मैं  पूछता  हूँ  प्रशासन   से कल  02-02-11 को मायाबती  के आने  पर पूरा  शहर   में आपने  व्यवस्था  कि फिर  भी लाइफ  लाइन रुकी  जाम   लगा अब  किस के खिलाफ  रिपोर्ट  दर्ज  करोगे  मायावती  के, DM,DIG........... किसके  ????????????////

4 comments:

  1. ये माया की माया है बच्चे। जैसे आती है वैसे ही चली भी जाती है। अभी उसका अति करने का समय है। इसके बाद अन्त आया समझो।

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  2. "पूछता हूँ प्रशासन से कल 02-02-11 को मायाबती के आने पर पूरा शहर में आपने व्यवस्था कि फिर भी लाइफ लाइन रुकी जाम लगा अब किस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करोगे मायावती के, DM, DIG....... किसके ?????????"

    जायज प्रश्न

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  3. आपको पढकर बहुत अच्‍छा लगा .. इस नए चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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  4. शानदार पेशकश।

    डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
    सम्पादक-प्रेसपालिका (जयपुर से प्रकाशित हिंदी पाक्षिक)एवं
    राष्ट्रीय अध्यक्ष-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)
    0141-2222225 (सायं 7 सम 8 बजे)
    098285-02666

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