Monday, December 9, 2013

माँ वैष्णो देवी जी की यात्रा




माँ वैष्णो देवी जी की यात्रा आज सम्पन हुई .....
माँ की कृपा से माँ के दर्शन भी अच्छे से हुये 
जम्मू में भी घुमे ...... बहुत आनद आया बहुत मस्ती भी की 

लेकिन एक बात ने बहुत कष्ट दिया 
जम्मू से कटरा जाते समय चैक पोस्ट मिली जंहा व्यक्ति के साथ साथ सामान की भी जांच होनी होती है ..... लेकिन................ इस संदिग्न स्थान पर भी देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ मिला ................ कैब के चालक से ५०/- रुपये लेकर बिना जांच के हमारी कैब को जाने दिया ..................... अब पता चला की पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठ क्यूँ हो रही है ......

चार दिन बहुत मस्ती की .....first time हैलिकोप्टर मेंबैठने का excitement भी बहुत था जिसका experience भी बहुत अच्छा रहा .....
Trip को मजेदार बनाने के लिए thanks to Virendra Yadav bhai Prabal Pratap Singh Shikha Singh Jyotsna Parashar














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Saturday, August 10, 2013

टोपी पर सियासी जंग

आज(09-08-13) आज तक चैनल पर टोपी पर चल रही बहस सुन रहा था
आदमी किस हद तक गिर सकता है आज उस बहस को देखा कर पता चला | मीडिया में नरेंद्र मोदी जी द्वारा सदभावना के कार्यक्रम में टोपी न पहने पर काफी विवाद हुआ वही विवाद आज जब शिवराज सिंह चौहान ने ईद पर टोपी पहन ली जिस पर हमारे अभिनेता रजा मुराद ने विना नाम लिए मोदी पर ऊँगली उठा दी ....... यंहा तक बात समझ आगई परन्तु गुस्सा तब आया जब महबूब अली चिश्ती राष्ट्रीय चैनल पर सार्वजानिकतौर पर मोदी को गुंडा हत्यारा कह डाला हो सकता  है की महबूब अली की नजर में वो हत्यारा हो मान लेते है लेकिन मैं उससे पूछता हूँ वो इस बात को सार्वजानिक तौर पर सिद्ध करे की मोदी गुंडा है हत्यारा है. जब मोदी हत्यारा और गुंडा था तो टोपी और साल लेकर क्यूँ पहुंचा था सदभावना के कार्यक्रम में|
इस बात पर आचार्य श्री धर्मेन्द जी ने विरोध भी किया और उन्होंने कहा गोदारा के लिए गुंडा और हत्यारा वोल रहे हो तो  दाउद, अफसल गुरु, कसाव ...... आदि को गुंडा बोलो  ये तो इंसानियत के हैवान है बोलिए महबूब अली ........... लेकिन चिश्ती की इतनी मजाल की वो इनको गुंडा वो सके |
एक और बात कही की जब ट्रेन में आग लागयी तब कन्हा थे चिश्ती ...... क्या उस में लोग नहीं मरे ...........?
                अगर मोदी टोपी न पहने तो भूचाल आजाता है .............. कहते है की सभी का सम्मान करो .....
मैं पूछता हूँ क्या टोपी पहनकर ही सम्मान किया जाता है बिना टोपी के सम्मान नि किया जा सकता ?
अरे ओ ठेकेदारों जब वंदेमातरम् का अपमान होता रहा तो कन्हा थे तुम ?..... वो भी संसद के अन्दर मैं पूछता हूँ अगरा वो कुछ मिनट खड़ा रहता तो उस सांसद की कों सी जागीर लुट जाती ...... जब उसने सांसद बनने के बाद शपथ ली थी की वो विधि द्बारा विधान संबिधान की रक्षा करेगा तो क्या हुआ वंदेमारम राष्ट्रगीत है वो भी संबिधान के अंर्तगत आता है?   मजे की बात तो ये है की राज्यसभा में एक सांसद ने पाकिस्तान मुर्दावाद कह दिया तो उस को नोटिस दे दिया गया है वाही पाकिस्तान जिस ने अभी हमारे सैनिकों के सर काट दिये थे जिस ने अभी  हाल में ५ सैनिकों को मार दिया है |
    जयकान्त पाराशर
jkparashar.blogspot.com


Tuesday, August 6, 2013

आखिर कब तक ................ चलेगा ये सब

         वंदेमातरम् समर्थकों को पूजा पाठ करने के लिए भी .......... राष्ट्रपति को गुहार लगानी पड़ रही है |
आगरा के गुलचमन शेरवानी ने आगरा के जिला अधिकारी को राष्ट्रपति के नाम पत्र दिया जिस में गुहार लगायी है की उनको ईद के दिन नमाज पड़ने दिया जाये ..........
आप जानते है कसूर क्या है जिस की बजह से इनको और इनके परिवार को मुस्लिम समाज इन के साथ ये व्यवहार कर रहा है ?.........  इन का कसूर ये है की इन होने मौलबी साहव का फ़तवा मानने से इनकार कर दिया जिस में वन्देमातरम का विरोध किया गया ............ जिस के कारन इस भारत प्रेमी मुस्लमान को मुस्लमान समाज के प्रकोप का सामना करना पड़ रहा है ....... जब वो नमाज अदा करने गए तो उनको नहीं करने दिया गया और साथ मैं मारपीट कर दी .............

मैं हर समाज के ठेकेदारों से पूछना चाहूँगा की ...... आखिर वंदेमातरम् पर प्रतिबंध क्यूँ .......... ?
ऐसा क्या है जिस के कारण वंदेमातरम् वोलने की अनुमति नहीं देता मुस्लिम समाज ............?
संसद के अन्दर वंदेमातरम् का अपमान हो जाता है और हम मोम के पुतले बनने रहे  क्यूँ ??
जो वंदेमातरम् का विरोध करे क्या उसे एस भारत देश में रहने का अधिकार होना चाहिए ???  


आज वंदेमातरम् का अपमान किया है  
कल राष्ट्रगान का होगा  
और 
संबिधान का अपमान तो हर दिन होता है

आखिर कब तक ................ चलेगा ये सब 



*******वंदेमातरम्....................................................................वंदेमातरम् *******


Monday, July 15, 2013

सांठ गाँठ कर उपजिलाधिकारी ने रखे नियम ताक पर




मात्र ५० रुपये में पट्टा लाखों की सरकारी जमीन का
RTI ने आगरा की खेरागढ़ तहसील की खोली पोल
तहसील चारदीवारी के अन्दर की जमीन का आवासीय पट्टा कर दिया गया
सांठ गाँठ कर उपजिलाधिकारी ने रखे नियम ताक पर
शासन से आई शिकायत पर प्रशासन में हडकंप

२४/०७/२०१२ को रहे तत्कालीन तहसीलदार ने जेड ए एक्ट की धारा ११५ पी के तहत निरस्त करने के लिए आख्या प्रेषित कर चुके है परन्तु ............ 

खेरागढ़ तहसील मुख्यालय परिसर में गाटा संख्या ३२४ के रकवा ०.००६ पर तत्कालीन उपजिलाअधिकारी बी के अग्रवाल ने मंजू देवी पत्नी प्रदीप कुमार नि० खेरागढ़ को आवासीय पट्टा आवंटित किया जिसकी कार्यवाही २१अगस्त २०११ को पूर्ण की गयी जिसका आवंटन उपजिलाधिकारी ने ५० रुपये की रसीद पर कर दिया जिसमे अधिशासी अधिकारी लेखपाल कानूनगो व् तहसीलदार की रिपोर्ट के बाद आवंटित किया गया 
१ उपजिलाधिकारी को नगर पंचायत सीमा के अंतर्गत जमीन पट्टा आवंटन का अधिकार नहीं है|
२ सूचना के अधिकार से मांगी गयी पत्रावली में नगर पंचायत के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी ने इस प्रकार के किसी भी पट्टे की कार्यवाही से इंकार किया|
३ अधिशासी अधिकारी की रिपोर्ट कम्पुटर से पेज के सबसे नीचे प्रिंट की गयी है और बाकि सभी कानूनगो तहसीलदार की रिपोर्ट हैण्ड राइटिंग में है|
४ जब सूचना के अधिकार से मांगी गयी तहसील से पत्रावली के सभी पेज के अध्यन से चला की वो दुसरे पेज पर से प्रिंट की गयी है वही शब्द और हस्ताक्षर को स्कैन द्वारा वंहा प्रिंट किया गया है |
५ २४-०७-२०१२ को तत्कालीन तहसीलदार ने जेड ए एक्ट की धारा ११५ पी के अंतर्गत निरस्त किये जाने के सम्बन्ध ने आख्या प्रेषित कर चुके है परन्तु किसी वरिष्ठ अधिकारिओं ने कोई भी एक्शन लेना उचित नहीं समझा|

शिकायत कर्ता ने जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्रीजी को पत्र भेजकर अधिकारिओं की शिकायत की जिसके बाद शासन से आई जाँच रिपोर्ट के बाद अधिकारिओं में हडकंप मचा हुआ है| प्रेस वार्ता में शिकायत कर्ता ने आरोप लगाया है की भूमाफियाओं की सांठगाँठ से अवैध रूप से किया गया है| तहसील के अधिकारिओं ने जाँच रिपोर्ट भेज दी है जिसमे पट्टे की कार्यवाही को अवैध बताया गया है | उपजिलाअधिकारी उमाशंकर का कहना है की जाँच रिपोर्ट भेज दी गयी है| इस पुरे मामले की जांच एडीऍम राजकुमार कर रहे है| शिकायत कर्ता ने आरोप लगाया है है सत्ता पक्ष के नेताओं से जाँच अधिकारिओं पर दवाव बनाकर जाँच को प्रभावित किया जा रहा है जिसकी पैरवी जिसकी सत्ता उसके दल में रहने वाले सफेदपोश कर रहे है जिसकी बजह से २ महीने बीत जाने पर भी जाँच प्रक्रिया पूर्ण नहीं कर पाये है अधिकारी कछुआ की चाल से पठकथा लिख रहे है

जाँच के बिंदु :-
१ अगर अधिशासी अधिकारी ने रिपोर्ट नहीं लगायी तो किसने लगायी
२ इस खेल में कोण कोण शामिल है
३ उपजिलाअधिकारी से गलती हुयी या जानबूझकर किया |
३ अगर उपजिलाधिकारी ने ये जानबूझकर किया तो क्या था उनका स्वार्थ |
४ इस पुरे मामले को एक स्थानीय जनप्रतिनिधि पैरवी कररहा है आख़िरकार क्यूँ?
५ क्या और भी खेलखेले जा रहे है तहसील परिषद् के अन्दर |

Wednesday, May 1, 2013

भारत vs इंडिया


भारत vs इंडिया

  • आप बेटे का नाम रावण क्यूँ नहीं रखते ?
  • हमारा देश किसलिये प्रसिद्ध है ?
  • पश्चात संस्कृति का भारत पर क्या असर ?
  • क्यूँ भूल रहे है अपनी संस्कृति ?

                   एक बात मैं सभी से पूछना चाहूँगा कि कोई भी अपने बेटे का नाम रावण, कंस या किसी राक्षस के नाम पर क्यूँ नहीं रखता???????
                     
                               शायद इसलिए की रावण या किसी राक्षस जैसा नहीं देखना चाहते अपने बेटे या परिवार के किसी भी सदस्य को ………………………………..हमारे बुजुर्ग और पुराण कहते है कि व्यक्ति पर उसके नाम का सबसे बड़ा असर पड़ता है ......................... पहिनावे का असर उसकी मानसिकता को दर्शाता है | इसलिए हम सुलझे व् सार्थक अर्थ बाले नाम ही रखते है |
एक व्यक्ति जिसको कपडे पहनने के तरीके से हम आकलन कर लेते है व्यक्ति और उसकी सोच को | अगर हम किसी महिला / लड़की को सुलझे हुए कपडे पहनने कि सलाह देते है तो उँगलियाँ उठ जाती है कि पुरुष कैसे निर्णय ले सकते है कि उन्हें क्या पहनना है और क्या नहीं ............................. 
आज हम पश्चात संस्कृति  को नए ज़माने के रूप में अपना रहे है ........................ अगर हम संस्कृति कि बात करें तो पुराने ज़माने के नाम पर उसे आज की पीडी ठुकरा देती है आप मुझे बताएं हमारा देश किसलिये प्रसिद्ध है .................. अपनी सभ्यता ,संस्कृति और अपने आदर्श के लिये विश्व विख्यात हुआ है ............ तो हम जैसे कह सकते है कि हमारी संस्कृति तुच्छ है, जिसे आज हम अपनाने से मना कर रहे है ? 

पाश्चात की चकाचौंध ने हमको अंधा बना दिया है ............................. इस की चमक के सामने हमें कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा, आज जो अपराध बड रहे है, मेरे अनुसार कंही न कंही पश्चात संस्कृति ही की देन है |

                    भारत शव्द में हमारी संस्कृतिहमारी सभ्यता को पदर्शित करता है ............. हमारी पहिचान हमारी संस्कृति है भारत से 1947 से अंग्रेज तो चले गए लेकिन एक पौधा लगा गए जिस का नाम इंडिया था जो कि आज अच्छा ख़ासा पेड़ बन चूका है जिसकी जड मजबूत होती जा रही है .हम कब भारतीय दे इंडियन हो गए पता ही नहीं चला जो देश विश्व में भारत के नाम से व्याख्यात था आप वो इंडिया बन चूका है ............... पाश्चात ने हमारे देश को जकड लिया है जैसे चन्दन के पेड़ को साँप जकड लेता हैहमारी सोच पूरी तरह से पाश्चात हो गयी है ...........इस मैं कोई शक नहीं है, उदाहरण के रूप में ............ आज हमें दिवाली या ईद का जितना इंतजार नहीं होता जितना वेलेंटाइन डे का होता है | वेशर्मी का जीता जाता उदाहण देखना हो तो आगरा के ताजमहल, अकबर का मकबरा (सिकंदरा), मरियम आदि को  देखाने  (visit) जा सकते  है| मनोरंजन के नाम पर फिल्मों का जो स्तर गिरा है ............... आप उससे मना नहीं कर सकते, आज हीरोईनों में अंग पदर्शन की होड सी लगी है इससे भी आप मना नहीं कर सकते............................  पाश्चात संस्कृति का असर देश के हर कोने में दिखाई दे रहा है |
हम अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे है भारत की महानता को भूलते जा रहे है, क्यूंकि कोई सही मार्ग दर्शक नहीं है जो हम्हें हमारी संस्कृति की सही पहिचान करा सके इसकी महत्वता को समझा सके |


                                                                                                                                                                                           
                           ------- जयकान्त पाराशर

Wednesday, January 9, 2013

समझ क्यूँ नहीं आ रहा ??????????????????



ये कमीना पाकिस्तान अपनी औकात से कभी भी नहीं बाज आ सकता ................ फिर भी हिंदुस्तान की समझ क्यूँ नहीं आ रही........... ?????????????
८-०१-२०१३ कि घटना ने दिल और मन को इस कदर दर्द दिया है कि मन करता है कि कुत्ते पाकिस्तान का नामो निशान मिटा दो ....... भारत लगाता दोस्ती का हाथ बढाता रहा और ये कमीना हर बार धोखा देता रहा ......... बस बंद करो अब भारत को मुह तोड़ जबाब देना चाहिए .................
हम दो आँसू नहीं गिरा पाते अनहोनी घटना पर
पल दो पल चर्चा होती है बहुत बड़ी दुर्घटना पर
अब केवल आवश्यकता है हिम्मत की खुद्दारी की
दिल्ली केवल दो दिन की मोहलत दे दे तैय्यारी की
सेना को आदेश थमा दो घाटी ग़ैर नहीं होगी
जहाँ तिरंगा नहीं मिलेगा उनकी खैर नहीं होगी

मैंने अपने एक लेख(सिर्फ एक षड्यंत) में लिखा था पाकिस्तान कोई साजिश कर रहा है ...........
https://www.facebook.com/JaykantParashar
आप को याद दिला दूँ इस वर्ष कि कुछ घटनाएँ ..................
पाकिस्तान क्या क्या करता रहा और हम अनजान बने हुए है ..............................


३० जुलाई कि घटना
जम्मू के दक्षिण जिले साम्बा में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट एक सुरंग मिली| ये सुरंग कटीले तार के नीचे बनायीं जा रही है ये कटीले तार पाकिस्तान से आतंकवादिओं कि घुसपैठ को रोकने के लिये लगाये गए ............ ये सुरंग तीन फीट चौड़ी , तीन फीट ऊँचाई और 400 से 500 मीटर लंबी है जिसका एक सिरा भारत और एक पाकिस्तान में है इस सुरंग में आक्सीजन कि आपूर्ति के लिये पाईप लगी हुयी थी |
 ये सब अप्रेल २०१२ में आये पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बाद की ये घटना थी|
सिर्फ एक षडयंत्र

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने रविवार अपराह्न् राजस्थान के अजमेर शहर में स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ाई और अमन-चैन के लिए जियारत की। इस खवर में खास क्या है ....हाँ बड़ी खवर होती जब पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने रविवार अपराह्न् राजस्थान मंदिर या गुरुद्द्वारे में अमन-चैन के लिए दुआ की |




जरदारी ने दरगाह के लिए 10 लाख डॉलर का दान भी दिया। दरगाह के खादिम (संचालक) जीशान कप्तान ने कहा, "राष्ट्रपति जरदारी ने यहां जियारत की और दरगाह के लिए 10 लाख डॉलर (करीब पांच करोड़ रुपये) दान दिए।

कप्तान के मुताबिक गरीब नवाज के नाम से मशहूर सूफी संत के दरगाह में जरदारी और उनके पुत्र बिलावल ने 10 मिनट बिताए। यहां उन्होंने जेब में रखी कुरान की कुछ आयतें पढ़ीं। पिता-पुत्र ने पाकिस्तान से लाई गई चादरें चढ़ाईं। इसके बाद खादिम ने दोनों को उपहार भेंट किए।
जरदारी ने दरगाह के लिए 10 लाख डॉलर का दान भी दिया। दरगाह के खादिम (संचालक) जीशान कप्तान ने कहा, "राष्ट्रपति जरदारी ने यहां जियारत की और दरगाह के लिए 10 लाख डॉलर (करीब पांच करोड़ रुपये) दान दिए।

कप्तान के मुताबिक गरीब नवाज के नाम से मशहूर सूफी संत के दरगाह में जरदारी और उनके पुत्र बिलावल ने 10 मिनट बिताए। यहां उन्होंने जेब में रखी कुरान की कुछ आयतें पढ़ीं। पिता-पुत्र ने पाकिस्तान से लाई गई चादरें चढ़ाईं। इसके बाद खादिम ने दोनों को उपहार भेंट किए

जिस देश का पालन पोषण....अमेरिका करता हो .........जिस के खुद खाने के लाले हो ....जो सबसे बड़ा भिखारी हो ................वो पांच करोड़ रुपये किसी दरगाह को दे जाता है......इस बात से क्या अंदाजा लगाया जाए कि जरदारी कि भारत यात्रा दोस्ती के लिए थी नहीं ....................यंहा के मुसलमानों के मन में पाकिस्तान के प्रति हमदर्दी पैदा करने के लिए थी जिस से वो उनका फायदा उठा सके |


पहले से तय पाकिस्तान से लायी गयी चादरें ...............क्या था ये ..........सिर्फ एक षडयंत्र |



जले पर नमक छिडकना तो हमारी सरकार से सीखो |

देश पर नौछावर शहीदों की परवाह नहीं , उनके परिवार वालों को राष्ट्रपति महोदय से मिलने नही नहीं दिया जाता, उनकी सुध लेने बाला कोई नहीं है और .............आतंकवादियों की परवाह बहुत जादा है है तभी तो कसाव को फांसी नहीं लगायी जा रही है ........ और अब तो सारी हद पार कर गयी देशदोही कांग्रेस ................... जानने के लिए क्लिक करे इस वीडियो पर .......... 

Tuesday, January 8, 2013

कोई भी अपने बेटे का नाम रावण क्यूँ नहीं रखता ...?????????


आज दिल्ली की घटना .............. ने पूरे देश को हिला दिया है,
चाहे नेता हो या आम जनता या मीडिया हर कोई इस इस घटना पर अपने अपने विचार दे रहा है ...... कुछ लोग अपने स्टेटमेंट से विवादों में है तो कोई इस पर राजनीति कर रहा है | ..........मैं भी अपनी समझ से अपने विचार आप से (बांट)शेयर कर रहा हूँ |
घटना बहुत ही निन्दनीय थी आप सभी जानते है, न्याय मांग रहे विद्याथीओं  को वेरहमी से खदेड़ा गया, लाठीयां, पानी , आशु गैस से प्रहार किया गया ऐसा प्रतीत हो रहा था कि हिटलर के विरुद्ध किसी ने आवाज उठा दी और हिटलर ने उन्हें कुचलने के लिये आदेश दे दिया है .... जो भी हुआ अच्छा नहीं हुआ |
लेकिन सबसे बड़ा दुःख जब होता है इतना होने के बाद भी हम सबक नहीं ले रहे ........ उ०प्र० में ऐसी घटनाये आम होती जा रही है ...........लेकिन कोई भी एक्शन लेने वाला नहीं है पुलिस की कहें तो उ०प्र० पुलिस तो दलाल बन चुकी है |

रही बात आरएसएस के मोहन भागवत जी के बयान की तो आप ने क्या गलत कहा.....................

एक बात मैं सभी से पूछना चाहूँगा कि कोई भी अपने बेटे का नाम रावण क्यूँ नहीं रखता ...?????????

शायद इसलिए की रावण जैसा नहीं देखना चाहते अपने बेटे को ............. हमारे बुजुर्ग कहते है कि व्यक्ति पर उसके नाम का सबसे बड़ा असर पड़ता है .......  पहिनावे का असर उसकी मानसिकता को दर्शाता है |
बस मैं भागवत जी के भावार्थ को प्रकट करना चाहता हूँ कि भारत शव्द में हमारी संस्कृति, हमारी सभ्यता को पदर्शित करता है ............. हमारी पहिचान हमारी संस्कृति है | भारत से 1947 से अंग्रेज तो चले गए लेकिन एक पौधा लगा गए जिस का नाम इंडिया था जो कि आज अच्छा ख़ासा पेड़ बन चूका है जिसकी जड  मजबूत होती जा रही है ................ पाश्चात ने हमारे देश को जकड लिया है जैसे चन्दन के पेड़ को साँप जकड लेता है, हमारी सोच पूरी तरह से पाश्चात हो गयी है ...........इस मैं कोई शक नहीं है | मनोरंजन के नाम पर फिल्मों का जो स्तर गिरा है ............... आप इससे मना नहीं कर सकते, पाश्चात संस्कृति का असर अगर देश के हर कोने में दिखाई दे रहा है | हम अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे है भारत की महानता को भूलते जा रहे है|