आज फिर से लाचार हुआ हमारा प्रशासन ..............फिर से आतंकवादियों ने अंजाम दे दिया अपनी योजना को .........कुछ समय ही हुआ था दिल्ली हाई कोर्ट के बहार हुए धमाके को और फिर से घायल कर दिया हमको ...........
आज १७-०९-२०११ को जय होस्पीटल के अंदर धमाका कर दिया गया और ............हमारे शहर के नागरिक घायल हो गये और हम कुछ भी नहीं कर पा रहे ..................फिर भी हम सबक नहीं ले रहे क्यूँ .................
फिर भी हम कसाब जैसे राक्षसों पर अरबों रुपये खर्च कर रहे है ..............
आख्रिर क्या करें हम ................???????????????????????
अमेरिका में एक बार के बाद फिर नहीं हुए आतंकी घटना ............क्यूँ कि उन्होंने सबक ले लिया था उसी घटना से और एक सकत कानून बना दिया गया जिस से वंहा कोई भी ऐसी घटना करने कि हिम्मत नहीं हुई .......आतंकवादी की |
और हम क्या कर रहे है .....कसाब जैसे राक्षस को फांसी कि सजा होने पर भी उसे फांसी नहीं लगाईं जा रही बल्कि अरबों खर्च किये जारहे है..............कसाब जैसे लोग जिन्दा है तभी तो आतंकवादिओं का होसला बढ रहा है
आखिर कब तक हम सहंगे ......
धमाके पर धमाका हो रहे है ..................फिर भी हम कसाब जैसे लोगो पर करोंड़ों खर्च कर रहे है...............आखिर कब तक होता रहेगा ये सब कब बनेगा सक्त कानून आतंकबाद को रोकने के लिये आखिर कब ????????????????????..................
आज १७-०९-२०११ को जय होस्पीटल के अंदर धमाका कर दिया गया और ............हमारे शहर के नागरिक घायल हो गये और हम कुछ भी नहीं कर पा रहे ..................फिर भी हम सबक नहीं ले रहे क्यूँ .................
फिर भी हम कसाब जैसे राक्षसों पर अरबों रुपये खर्च कर रहे है ..............
आख्रिर क्या करें हम ................???????????????????????
अमेरिका में एक बार के बाद फिर नहीं हुए आतंकी घटना ............क्यूँ कि उन्होंने सबक ले लिया था उसी घटना से और एक सकत कानून बना दिया गया जिस से वंहा कोई भी ऐसी घटना करने कि हिम्मत नहीं हुई .......आतंकवादी की |
और हम क्या कर रहे है .....कसाब जैसे राक्षस को फांसी कि सजा होने पर भी उसे फांसी नहीं लगाईं जा रही बल्कि अरबों खर्च किये जारहे है..............कसाब जैसे लोग जिन्दा है तभी तो आतंकवादिओं का होसला बढ रहा है
आखिर कब तक हम सहंगे ......
धमाके पर धमाका हो रहे है ..................फिर भी हम कसाब जैसे लोगो पर करोंड़ों खर्च कर रहे है...............आखिर कब तक होता रहेगा ये सब कब बनेगा सक्त कानून आतंकबाद को रोकने के लिये आखिर कब ????????????????????..................