Saturday, February 12, 2011

मायावती का शर्मनाक सच..............................



मायावती का शर्मनाक सच.................................
सार्वजनिक स्थानों पर जूती साफ कर रहे पुरस्‍कृत अधिकारी
8 फरवरी 2011

मायावती का सच आप के सामने आ ही गया जब एक DSP RANK का व्यक्ति मायावती की जूती  साफ करता नजर आया 
पहले सुनने में आता था कि मायावती आई ए एस  अधिकारियों से बत्तमीजी से पेश आती है और उनसे जूते साफ कराती है तो विश्वास करना मुश्किल होता था पर ८ तारीख की  घटना ने यकीन करा  दिया कि मायावती की सोच कितनी गिरी हुई है पहले मायावती कहा करती थी तिलक तराजू और तलवार जूते मारो इनमें चार ये बात भी सिद् कर दी मायाबती ने|

८ फरबरी को उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती हेलीकॉप्टर से उतरीं तो उनकी जूती पर धूल की परत चढ़ गई. फिर क्या था उनकी सुरक्षा में तैनात अधिकारी ने जेब से रुमाल निकाला और मैडम की जूतियों की सफाई कर दी.  मैडम को भी कोई फर्क नहीं पड़ा. वे अपनी जूतियां साफ कराती रहीं.और  न ही किया उम्र का लहजा....... 
पदम सिंह डीएसपी हैं और 1994 से मायावती सी सुरक्षा में तैनात हैं. खास बात ये कि पदम सिंह को उत्कृष्ट सेवा मेडल भी मिला हुआ है. ये अलग बात है कि उस सेवा मेडल से इस सेवा-भाव का कोई ताल-मेल नहीं दिखाई पड़ता|

देश की हालत क्यूँ खराब हो रही है साफ दिखेने लगी है मेरे पिछले ब्लॉग मैं था कि
प्रशासन एक स्वतन्त्र होता है जिसपर शासन का कोई भी दबाब नहीं होता है परतु .........
चमचा बन गए है IAS,IPS......... अधिकारी. जिसकी सत्ता उसकी बोली बोलते है .
प्रशासन कितना नीचे गिर गया है ये आप जानते हैं पर ये कितना और गिरना चाहते हैं ये नहीं जानते कानून चलाने  बाले कानून का दूप्रयोग कर रहे है और हम देख रहे हैं तमाशा.........
ये बात भी सावित  हो गयी है,
आज उत्तर प्रदेश  सभी समस्याओं से जूझ रहा है| आज दिन मे चलते वाहन लूट रहे हैं, लड़किओं (महिलाओं ) का अकेले जाना बड़ा मुश्किल हो रहा है बलात्कार कि घटनाएँ बड़ रही हैं, दिन दहाड़े एक बसपा विधायक एक इंजीनियर को उसी के घर में गोली मार देता है, एक सरकारी अफसर आत्महत्या करता है और सोसाईट नोट मे लिखकर जाता है कि मुख्यमंत्री के जन्मदिन के लिये पैसा एकत्रित कर न पाने पर उसे परेशान करने से तंग आकार ऐसा कदम उठा और उन नेताओं और अफसरों के भी नाम लिखे  (इंडिया टुडे में प्रकाशित ), इससे जादा शर्मनाक बातें और क्या होगी ????????????
मायावती की  सोच कितनी घटिया है अंदाज लगाना बड़ा मुश्किल हो रहा है.....................
और  हम इसी सोच बाले लोगों को अपना राजा (नेता) चुनते हैं ऐसा लगता है कि इनसे जादा सोच हमारी गिरती जा रही है 
हमें बदलने कि जरुरत है..................................

Thursday, February 3, 2011

एक सच.......................................................... प्रशासन का

                          एक सच.......................................................... प्रशासन का
प्रशासन एक स्वतन्त्र होता है जिसपर शासन का कोई भी दबाब नहीं होता है परतु .........
चमचा बन गए है IAS,IPS......... अधिकारी. जिसकी सत्ता उसकी बोली बोलते है .
प्रशासन कितना नीचे गिर गया है ये आप जानते हैं पर ये कितना और गिरना चाहते हैं ये नहीं जानते कानून चलाने  बाले कानून का दूप्रयोग कर रहे है और हम देख रहे हैं तमाशा.........
सांसद राम शंकर कठेरिया ने जिला अधिकारी से ३ दिन पहले ही कानून, बिजली पानी और अपराधिक घटनाओ का  बढ़ाना ऐसी गंभीर समस्यों को कैसे रोका जाये जिसके लिए  ज्ञापन देने के लिए समय माँगा और डीएम ने २८ जनवरी २०११  को ज्ञापन लेने का समय दिया , पहले से ही सूचना अनुसार २८ को ज्ञापन देने डीएम ऑफिस जाने लगे अपने कार्यकर्ताओं के साथ जिसमें जनता भी बीच में से ही शामिल हो क्यों  कि जनता के लिए  ही तो  ये  लड़ाई   लड़ने जा  रहे  हैं  सांसद  जी ,परन्तु  सांसद  और उनके  सहयोगी कायकर्ता को भारी पड़ गयी  है ये लड़ाई................
जब  ज्ञापन देने जारहे थे तो पुलिस ने उन्हें  रोकने का प्रयास   करने लगी सभी ने बताया कि हम अनुमति ले चुके हैं पर दरोगा ने नहीं सुनी  ,जनता रोष  में थी  SP सिटी ने भी पुलिस  बल लगा दिया, ज्ञापन लेने  नहीं आये DM और ऑफिस से बिना बताये निकाल गए कार्यकरता इंतजार कर रहे  थे पर पुलिस  प्रशासन  ने कार्यकर्ताओं   के साथ हतापाइ  कर दी जिससे जनता बड़क गए और दरोगा के साथ खिचातानी हो गइ 
( जैसा  कि मैंने  कहा  प्रशासन  ने ऐसा  इसलिए  किया  क्यूँ  कि मायावती  ने कहा  था  क्यूँ  कि अकेले  सांसद है BJP का और उसने  चर्बी  कांड  से लेकर  जनता के लिए  सड़क  पर उतर जाना   जिस से उसे  यंहा  आगरा  में से सपोट  कम दिखाए   दे  रहा  है 2011 के चुनाव  के लिए , वो  जानती  है कि अपराध  तो बड़ा  है क्यों  कि आशय  जो  \मिला  हुआ  है अपराधिओं को  ),
और सांसद  और समथको  के खिलाप  झूठे   और बेबुनियाद   रिपोर्ट  (3 FIR) दर्ज  कर दी और कहने  लगे कि सांसद  कि बजह  से लाइफ  लाइन रुक  गए   जाम   लग  गया  शहर  में, मैं  पूछता  हूँ  प्रशासन   से कल  02-02-11 को मायाबती  के आने  पर पूरा  शहर   में आपने  व्यवस्था  कि फिर  भी लाइफ  लाइन रुकी  जाम   लगा अब  किस के खिलाफ  रिपोर्ट  दर्ज  करोगे  मायावती  के, DM,DIG........... किसके  ????????????////